
संवाददाता रामकुमार सिंह
मीरजापुर की जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद में चल रहे चकबंदी कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि चकबंदी कार्यों को शासन की मंशा और निर्धारित समयसीमा के अनुसार शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि चकबंदी की प्रक्रिया ग्रामीणों व कृषकों के हित में है, इसलिए इसमें पारदर्शिता और संवेदनशीलता बरती जानी चाहिए।
बैठक में चकबंदी से संबंधित विभिन्न चरणों पर बिंदुवार चर्चा की गई। धारा-20 के अंतर्गत प्रारम्भिक चकबंदी योजना का निर्माण, प्रारूप-6 के अंतर्गत धारा-23 योजना का पुनरीक्षण तथा प्रारूप-8 के अंतर्गत धारा-27 के तहत अंतिम अभिलेख की तैयारी जैसे बिंदुओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रक्रियाओं को निर्धारित प्रारूपों में पूर्ण करते हुए समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में चकबंदी कार्यों को लेकर जागरूकता भी ज़रूरी है, जिससे किसानों को इसके लाभों की सही जानकारी मिल सके। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे ग्राम स्तर पर नियमित निरीक्षण करें और किसानों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें।
इस समीक्षा बैठक में अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, बंदोबस्त अधिकारी (चकबंदी), सभी क्षेत्रीय चकबंदी अधिकारी एवं सहायक चकबंदी अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में अधिकारियों ने अब तक की गई प्रगति से जिलाधिकारी को अवगत कराया और आगे की रणनीति पर विचार किया गया।
जिलाधिकारी ने अंत में स्पष्ट किया कि चकबंदी कार्य शासन की प्राथमिकता में शामिल है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।