संवाददाता रामकुमार सिंह
मिर्जापुर जनपद के छोटा मिर्जापुर स्थित वृक्षोपल्ली सेवा आश्रम में गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर हर वर्ष चार दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस पवित्र अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। कार्यक्रम की शुरुआत हवन व पूजन से होती है, जिसमें 551 नारियल की आहुति दी जाती है। इसके साथ ही गुरु पूजन, गुरुमुख, भंडारा, झांकी और अन्य धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है।
गुरु पूर्णिमा के दिन की सबसे अनोखी और श्रद्धा से परिपूर्ण परंपरा है — आश्रम के महंत स्वामी रामानंद जी महाराज, जिन्हें पत्ता बाबा के नाम से भी जाना जाता है, उनका बर्फ की सिल्ली पर बैठकर भक्तों को आशीर्वाद देना। वह प्रतिवर्ष गुरु पूर्णिमा के दिन लगभग 18 घंटे तक बर्फ की सिल्ली पर सिंहासन लगाकर बैठते हैं और बिना किसी शारीरिक कष्ट के अपने भक्तों को दर्शन और आशीर्वाद प्रदान करते हैं। यह दृश्य भक्तों के लिए अत्यंत अलौकिक और आस्था से भरपूर होता है।
पत्ता बाबा की एक और विशेषता यह है कि वे हर प्रकार के रोग का इलाज अपने ‘पत्ते’ और ‘छड़ी’ के माध्यम से करते हैं। लोगों की मान्यता है कि बाबा के आशीर्वाद और उनके पत्ते-छड़ी से उन्हें चमत्कारी रूप से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है। यही कारण है कि दूर-दराज से हजारों की संख्या में श्रद्धालु हर वर्ष गुरु पूर्णिमा पर आश्रम पहुंचते हैं।
वर्षों से चली आ रही यह परंपरा आज भी पूरी श्रद्धा और भव्यता के साथ निभाई जा रही है, और आश्रम आस्था का केंद्र बना हुआ है।