
व्यूरो रिपोर्ट रविशंकर मिश्रा
रक्षाबंधन एक प्रमुख हिन्दू पर्व है जो भाई-बहन के प्रेम, स्नेह और विश्वास का प्रतीक है। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष रक्षाबंधन की पूर्णिमा तिथि का आरंभ शुक्रवार, 8 अगस्त को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट पर हो रहा है और इसका समापन शनिवार, 9 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 24 मिनट पर होगा।
रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बाँधती हैं, तिलक करती हैं, मिठाई खिलाती हैं और उनके दीर्घायु तथा सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। भाई भी बहनों को जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं और उपहार स्वरूप कुछ भेंट देते हैं। यह पर्व भारतीय संस्कृति में पारिवारिक संबंधों को प्रगाढ़ करने का माध्यम माना जाता है।
रक्षाबंधन केवल भाई-बहन के रिश्ते तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रेम, सुरक्षा और विश्वास का प्रतीक बन चुका है। कई स्थानों पर महिलाएं सैनिकों, मित्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी राखी बाँधती हैं, जिससे इस पर्व की सामाजिक भावना और अधिक मजबूत होती है।
इस वर्ष, रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त पूर्णिमा तिथि में ही उपलब्ध रहेगा, अतः बहनें 8 अगस्त की दोपहर 2:12 के बाद से लेकर 9 अगस्त दोपहर 1:24 तक किसी भी समय राखी बाँध सकती हैं। शुभ मुहूर्त में राखी बाँधने से धार्मिक मान्यता के अनुसार विशेष पुण्य प्राप्त होता है।