
मोनू भारतीय मऊ रिपोर्टर
मुहम्मदाबाद गोहाना। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा कर्तियों का पीबी इंसेंटिव का भुगतान न मिलने और भुगतान के लिए कमीशन की मांग, आकस्मिक और मेडिकल अवकाश स्वीकृत करने के लिए पैसों की मांग और मानदेय में कटौती और समय से भुगतान न होने आदि सहित अन्य उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को सैकड़ो आशाओं ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रदर्शन कर नारेबाजी किया। प्रदर्शनकारी आशाओं ने स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक पर उत्पीड़न करने और परेशान करने का आरोप लगाया। कहा कि बार-बार वेतन बाधित करने की धमकी दी जाती है। ब मधुबाला राय और रीता देवी के नेतृत्व में आशा कर्मियों प्रदर्शन और नारेबाजी के बीच आरोप लगाया कि अधीक्षक आशा बहनों के साथ समुचित आचरण नहीं करते हैं।
पल्स पोलियो, टीकाकरण, नसबंदी सर्वे आदि अन्य सरकारी और राष्ट्रीय कार्यों में सहभागिता के बाद भी इसका भुगतान नहीं किया जाता है। बताया कि नसबंदी की प्रोत्साहन राशि का विगत कई महीनो से भुगतान नहीं हुआ है। जिससे क्षेत्र में नसबंदी कराने वाले लोग संबंधित आशाओं पर तरह-तरह का सवाल उठाते हैं। आरोप लगाया कि मानदेय और इंसेंटिव भुगतान में भेदभाव किया जाता है। बताया कि आशा कार्यकर्तियों का विगत मार्च महीने से मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। इसकी शिकायत करने पर अधीक्षक नौकरी से निकलने की धमकी दे रहे हैं। चेतावनी दिया कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो जिला और मंडल पर प्रदर्शन करने के साथ आवश्यक हुआ तो अनिश्चितकालीन धरना देंगी। प्रदर्शन करने वाले में प्रमुख रूप से सुमित्रा देवी, संगीता, कुसुम यादव, लक्ष्मी, रंभा, बिंदु, प्रीति, संगीता, किस्मती, चंद्रकला, चिंता, रेनू, विनीता, किरण, शकीला बानो, सीमा गुप्ता, सकीला बानो, राधिका, मधुबाला, सविता,अनीता आदि सहित सैकड़ो आशा शामिल रही।

वर्जन
आशा कर्मियों के आरोप पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक रामबदन का कहना है कि आशाओं का आरोप बुनियाद है। सभी का मानदेय और इसेंटिव का समय से भुगतान किया जाता है। आशाओं के आरोप की सत्यता के लिए वाउचर की जांच की जा रही है। जिन आशाओं का बकाया होगा उनको जल्द ही भुगतान कर दिया जाएगा।