
वसीम खान मऊ रिपोर्टर
मऊ, 1 अगस्त: मऊ साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है, जो यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) के ग्राहकों को केवाईसी अपडेट के नाम पर धोखा देकर उनकी व्यक्तिगत जानकारी चुराकर ठगी करता था। आरोपी प्रमोद कुमार बिंद, लोगों को वाट्सएप पर फर्जी एपीके फाइल भेजता था, जिसे डाउनलोड करते ही लोगों का मोबाइल हैक हो जाता था और बैंक से संबंधित जानकारी ठग के पास पहुंच जाती थी।
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह धन का लालच देकर लोगों से बैंक खाते खुलवाता था और फिर उन्हीं खातों के माध्यम से ठगी की गई राशि को मंगवाता था। इसके बाद वह एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग और अन्य माध्यमों से उस धनराशि को निकाल लेता था।
गिरफ्तार आरोपी के पास से बरामद सामग्री:
- एक अदद मोबाइल फोन
- दो चेकबुक (इंडियन ओवरसीज बैंक की)
गिरफ्तारी करने वाली टीम में शामिल थे:
- निरीक्षक श्री आकाश सिंह, प्रभारी, साइबर क्राइम थाना मऊ
- मुंशी शैलेंद्र कुमार कन्नौजिया
- आरक्षी शशिकांत मणि त्रिपाठी, अरविंद प्रताप मिश्रा, प्रदीप पटेल, अनुप यादव, प्रभात कुशवाहा और शरद मिश्रा
इस पूरे मामले में मऊ साइबर क्राइम टीम की सतर्कता और तकनीकी दक्षता के कारण एक बड़े गिरोह की पोल खुली है।
पुलिस द्वारा नागरिकों को सावधानी हेतु सुझाव दिए गए हैं:
- कभी भी किसी अनजान नंबर से आए मैसेज या ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक न करें।
- किसी भी स्थिति में एपीके (APK) फाइल्स इंस्टॉल न करें, खासकर यदि वह अनजान स्रोत से आई हो।
- बैंक से जुड़ी सेवाओं के लिए हमेशा अधिकारिक ऐप या वेबसाइट का ही उपयोग करें।
- किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत अपने बैंक या एनबीएफसी की ग्राहक सेवा टीम से संपर्क करें और अपनी समस्या साझा करें।
मऊ पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे साइबर अपराधों से सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की जानकारी साझा करने से पहले पूरी तरह से जांच-परख कर लें। पुलिस की इस कार्यवाही की आम जनता द्वारा सराहना की जा रही है।