
मोनू भारती मऊ रिपोर्टर
मऊ जनपद के मुहम्मदाबाद गोहना क्षेत्र स्थित मोहल्ला जमालपुर में स्थित केशरीराज हॉस्पिटल में एक चमत्कारिक चिकित्सकीय उपलब्धि सामने आई है। रतनपुरा ब्लॉक के नसिराबाद निवासी सुनील चौहान और उनकी पत्नी कंचन देवी के लिए यह अस्पताल उम्मीद की आखिरी किरण साबित हुआ। दंपत्ति की अब तक पांच संतानें जन्म के कुछ ही दिनों में जन्मजात पीलिया और अन्य जटिल बीमारियों के कारण दम तोड़ चुकी थीं। इस बार छठवीं संतान के जन्म के बाद उन्होंने उसे शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमंत कुमार गुप्ता के पास इलाज के लिए लाया।
डॉ. सुमंत कुमार गुप्ता ने बच्चे की गंभीर स्थिति को भांपते हुए तुरंत मेडिकल जांच शुरू की। उन्होंने बताया कि बच्चे को जन्म के तुरंत बाद एनीमिया, हार्मोनल असंतुलन, पीलिया और हीमोग्लोबिन टूटने की गंभीर समस्याएं थीं, जो कि जीवन के लिए अत्यंत घातक साबित हो सकती थीं। परंतु अस्पताल में समय रहते डाइग्नोस कर समुचित चिकित्सीय प्रोटोकॉल अपनाया गया, जिसके परिणामस्वरूप बच्चे की जान बचाई जा सकी और अब वह पूर्णतः स्वस्थ है।

सुनील चौहान व कंचन देवी ने भावुक होते हुए कहा कि अब तक किसी डॉक्टर से उन्हें सफलता नहीं मिली थी। लेकिन डॉ. सुमंत ने मृदुल व्यवहार के साथ पूरी संवेदनशीलता दिखाते हुए उनके बच्चे का जीवन बचाया। उन्होंने कहा कि वे इस कृपा के लिए डॉक्टर साहब के आजीवन आभारी रहेंगे।
डॉ. सुमंत ने यह भी कहा कि यदि किसी भी नवजात को जन्म के बाद ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो समय पर अस्पताल लाना अत्यंत आवश्यक है। सही समय पर जांच और इलाज से ऐसे जटिल मामलों में भी जीवन बचाया जा सकता है। केशरीराज हॉस्पिटल ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि विशेषज्ञ इलाज और समर्पित सेवा से चमत्कार संभव हैं।