
वसीम खान मऊ रिपोर्टर
जनपद मऊ के पुलिस लाइन सभागार कक्ष में अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार के नेतृत्व में एक साइबर क्राइम कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला पुलिस अधीक्षक इलामारन के निर्देशन में “साइबर अपराध का मुकाबला” विषय पर प्रभावी कार्रवाई के उद्देश्य से आयोजित की गई।
इस कार्यशाला में जनपद के सभी थानों के साइबर सेल/हेल्प डेस्क में नियुक्त अपराध निरीक्षक, उपनिरीक्षक, मुख्य आरक्षी, कंप्यूटर ऑपरेटर और आरक्षीगण ने सहभागिता की। कार्यशाला में cytrain पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण की प्रक्रिया, साथ ही NCRP, JMIS (सामन्वय), CEIR जैसे साइबर प्लेटफार्मों की जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त साइबर अपराध के मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए निर्देश भी जारी किए गए।
साइबर अपराध की आधुनिक चुनौतियाँ:
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तकनीकी विकास के साथ-साथ अपराधी भी नए-नए तरीकों से साइबर अपराध कर रहे हैं। आमजन, विशेषकर वे लोग जो मोबाइल, इंटरनेट बैंकिंग या डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रयोग करते हैं, अक्सर जानकारी के अभाव में ठगी के शिकार हो जाते हैं।
साइबर अपराध के प्रमुख रूप:
- डिजिटल अरेस्ट
- फर्जी कॉल
- वीडियो कॉल फ्रॉड
- सिम स्वैपिंग
- लोन फ्रॉड
- OTP/PIN फ्रॉड आदि
जागरूकता की आवश्यकता:
पुलिस द्वारा समय-समय पर स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थलों पर जाकर नागरिकों को साइबर अपराधों से बचाव के प्रति जागरूक किया जाता है। इस कार्यशाला में भी इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग और सावधानी बरतने के उपायों पर सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया।
अंततः, कार्यशाला का उद्देश्य साइबर अपराधों पर रोकथाम और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करना तथा पुलिसकर्मियों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना था, जिससे जनसुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सके।