
ब्यूरो रिपोर्ट रविशंकर मिश्रा
चंदौली। जनपद में खनन विभाग की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। अवैध वसूली और भ्रष्टाचार से जुड़े एक बड़े मामले में खनन अधिकारी गुलशन कुमार सहित पांच लोगों पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई 17 जून 2025 को सकलडीहा क्षेत्र में हुए वसूली कांड के बाद सामने आई है, जिसने पूरे विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, 17 जून को सकलडीहा में खनन विभाग की टीम ने चार ट्रकों से 2 लाख 70 हजार रुपये की अवैध वसूली की थी। ट्रक मालिक द्वारा इसकी शिकायत वाराणसी जोन के एडीजी से की गई थी। लिखित शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की गई और प्राथमिक तथ्यों के आधार पर केस दर्ज किया गया।

सूत्रों की मानें तो खनन अधिकारी गुलशन कुमार पहले भी अवैध खनन और आर्थिक अनियमितताओं को लेकर चर्चा में रहे हैं। उनका कथित रूप से सत्तारूढ़ दल के कई जनप्रतिनिधियों से भी संपर्क बताया जा रहा है, जो उन्हें संरक्षण प्रदान करते रहे हैं।
मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं खनन परमिशन के नाम पर पैसे लेने की भी पुष्टि कुछ दस्तावेजों और गवाहों के माध्यम से हो रही है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद खनन विभाग की साख को बड़ा झटका लगा है और आम जनता में आक्रोश व्याप्त है। मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन स्तर पर भी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
यह मामला न केवल विभागीय लापरवाही का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे जनहित की योजनाओं में भ्रष्टाचार दीमक बनकर लग गया है। अब देखना यह होगा कि दोषियों पर कितनी सख्त कार्रवाई की जाती है और क्या खनन विभाग में सुधार की कोई ठोस पहल होती है।