
संवाददाता प्रदीप कुमार शर्मा
गाजीपुर जनपद में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। एडीएम प्रशासन दिनेश कुमार ने जानकारी दी कि वर्तमान में गंगा का जलस्तर 53.094 मीटर तक पहुंच चुका है और यह 15 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। हालांकि यह अभी खतरे के निशान 63.105 मीटर से लगभग 10 मीटर नीचे है, लेकिन संभावित खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने पहले से तैयारी शुरू कर दी है।

प्रशासन द्वारा बाढ़ से निपटने हेतु जिले में 35 बाढ़ राहत केंद्र और 44 आश्रय केंद्र पहले ही चिन्हित किए जा चुके हैं। संवेदनशील इलाकों में बाढ़ चौकियां भी स्थापित कर दी गई हैं। साथ ही, किसी भी आपातकालीन स्थिति में खाद्य सामग्री व आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हेतु टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
एडीएम ने बताया कि अगस्त और सितंबर को बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है, इसलिए सभी तैयारियां समय रहते की जा रही हैं। वहीं, नरौरा बैराज से मिली जानकारी के अनुसार, वहां पानी का बहाव फिलहाल कम हो रहा है, जिससे गाजीपुर में स्थिति अभी नियंत्रण में बनी हुई है।
गौरतलब है कि गाजीपुर में गंगा के अलावा 9 से अधिक सहायक नदियां और दर्जनों नाले हैं, जो बारिश व बाढ़ के समय भरकर लोगों के लिए बड़ी समस्या खड़ी करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने तटवर्ती क्षेत्रों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी जारी कर दी है।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अफवाहों से बचें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और लगातार निगरानी की जा रही है।