
संवाददाता विरेन्द्र प्रताप सिंह
चंदौली जनपद में प्रशासनिक फेरबदल के तहत 1 जुलाई को एसडीएम चकिया का कार्यभार विनय कुमार मिश्रा को सौंपा गया। लेकिन हैरानी की बात है कि दस दिन बीत जाने के बावजूद चकिया उपजिलाधिकारी आवास पर अब भी पूर्व एसडीएम विकास मित्तल के नाम की पट्टिका लगी हुई है। यह न केवल प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है, बल्कि जनता को भी भ्रमित कर रहा है।

जिलाधिकारी द्वारा प्रशासनिक कार्यों में तत्परता लाने के सख्त निर्देश दिए जा चुके हैं, लेकिन चकिया प्रशासन प्राथमिक अद्यतन कार्यों में भी सुस्ती दिखा रहा है। अधिकारियों की पहचान दर्शाने वाला बोर्ड न बदले जाने से यह संदेश जा रहा है कि स्थानीय प्रशासन छोटी लेकिन अहम जिम्मेदारियों के प्रति गंभीर नहीं है।
प्रशासनिक पहचान में भ्रम की स्थिति
ऐसे बोर्ड आमजन के लिए मार्गदर्शन का कार्य करते हैं, लेकिन जब अधिकारी का नाम ही गलत हो, तो लोगों को असमंजस में पड़ना स्वाभाविक है। इससे न केवल जनसंपर्क बाधित होता है, बल्कि यह प्रशासन की जवाबदेही पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।
प्रश्न यह है कि जब चार्ज बदला जा चुका है, कार्यभार ग्रहण हो चुका है, तो नाम की पट्टिका बदलने जैसा साधारण कार्य अब तक क्यों नहीं किया गया?
क्या कहते हैं जानकार
स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि बुनियादी व्यवस्थाओं में ऐसी लापरवाही प्रशासन की छवि को नुकसान पहुंचाती है। उम्मीद की जा रही है कि जिम्मेदार अधिकारी जल्द ही संज्ञान लेंगे और सुधारात्मक कार्रवाई करेंगे।