
संवाददाता प्रदीप कुमार शर्मा
सावन का पवित्र महीना चल रहा है और प्रदेश भर में कांवड़ यात्रा जोरों पर है। लाखों शिवभक्त कांवड़ लेकर विभिन्न धार्मिक स्थलों की ओर बढ़ रहे हैं। इस दौरान उनकी सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कई इंतज़ाम किए हैं। इन्हीं में अब एक नई और अहम पहल भी शामिल हो गई है—खाद्य सुरक्षा को लेकर।
दरअसल, बीते वर्षों में यह शिकायतें सामने आई थीं कि कई दुकानदार कांवड़ियों के साथ धोखाधड़ी करते हैं। दुकानों के नाम भले ही धार्मिक हों, लेकिन संचालन किसी और समुदाय के लोग कर रहे होते हैं, जिससे भ्रम और विवाद की स्थिति बनती है। इस समस्या के समाधान के लिए अब खाद्य विभाग ने हर दुकान पर एक विशेष स्टीकर लगाने की व्यवस्था की है।
यह स्टीकर ‘ग्राहक संतुष्टि ऐप’ से जुड़ा है। गाजीपुर के ददरी घाट से लेकर महाहर धाम तक के 35 किमी लंबे कांवड़ मार्ग पर मौजूद हर होटल, ढाबा और खाद्य सामग्री की दुकान पर यह स्टीकर चिपकाया गया है। स्टीकर पर दुकानदार का नाम, मोबाइल नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर, हेल्पलाइन नंबर और दो क्यूआर कोड दिए गए हैं—एक एंड्रॉयड और दूसरा आईफोन उपयोगकर्ताओं के लिए।
यात्री इन कोड्स को स्कैन करके ऐप पर सीधे पहुंच सकते हैं और दुकानदार की पूरी जानकारी देख सकते हैं। किसी भी प्रकार की शिकायत की स्थिति में वे सीधे हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
हालांकि कुछ दुकानदार तकनीकी पहलुओं से पूरी तरह परिचित नहीं हैं, फिर भी विभाग ने सभी को साफ-सफाई बनाए रखने, डस्टबिन रखने और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री बेचने के सख्त निर्देश दिए हैं। विभाग की टीमें पूरे सावन भर सतर्क रहेंगी और गड़बड़ी पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।