
संवाददाता प्रदीप कुमार शर्मा
गाजीपुर जनपद में मुहम्मदाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में एक नवजात की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने गहरा रोष व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान परिजनों ने बच्चे के शव को लेकर सीएमओ कार्यालय के बाहर धरना दिया और दोषी डॉक्टरों तथा मेडिकल स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मामले की पूरी जानकारी:
विनोद कुमार नामक व्यक्ति की गर्भवती पत्नी को प्रसव के लिए मुहम्मदाबाद सीएचसी लाया गया था। वहां उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद नवजात की मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों ने स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ पर इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया।

परिजनों का कहना है कि यदि समय पर उचित देखरेख और इलाज मिलता, तो बच्चे की जान बच सकती थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल के स्टाफ ने प्रसव के बाद नवजात की हालत बिगड़ने पर गंभीरता नहीं दिखाई और लापरवाही से इलाज किया गया, जिससे बच्चे की मौत हो गई।
प्रदर्शन का माहौल:
गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने सीएमओ कार्यालय के बाहर बच्चे के शव को रखकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यालय परिसर में भारी भीड़ जुट गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
प्रशासन की कार्रवाई:
सूचना पाकर मौके पर प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और पीड़ित परिजनों से बातचीत की। अफसरों ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। अधिकारियों की समझाइश और भरोसे के बाद परिजनों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया।
निष्कर्ष:
यह घटना जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है। परिजनों की मांग है कि दोषी स्वास्थ्यकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई हो ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और आमजन का सरकारी अस्पतालों पर विश्वास बहाल रह सके।