
वसीम खान मऊ रिपोर्टर
घोसी नवनिर्माण मंच के संस्थापक और सक्रिय समाजसेवी बद्रीनाथ के पिता जनार्दन मल्ल का निधन हो गया है। वह 67 वर्ष के थे और मऊ जिले के कटघरा शंकर गांव में रहते थे। उनके निधन की खबर जैसे ही गांव और क्षेत्र में फैली, वहां शोक की लहर दौड़ गई। गांववासियों और उनके जानने वालों ने उनके सरल स्वभाव और समाज के प्रति लगाव को याद करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की।
निधन की वजह
जनार्दन मल्ल की मौत हृदय गति रुकने (हार्ट अटैक) से हुई। बुधवार रात भोजन करने के बाद वह अपने घर में आराम कर रहे थे, तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और वह जमीन पर गिर पड़े। परिजन उन्हें तुरंत डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी।
अंतिम संस्कार
गुरुवार को जनार्दन मल्ल की शवयात्रा निकाली गई, जिसमें गांव और आस-पास के सैकड़ों लोग शामिल हुए। उनका अंतिम संस्कार दोहरीघाट मुक्तिधाम में किया गया। लोग उन्हें एक मृदुभाषी, मिलनसार और सामाजिक भावना रखने वाले व्यक्ति के रूप में याद कर रहे हैं।
बद्रीनाथ की समाजसेवा
बद्रीनाथ अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। वह घोसी नवनिर्माण मंच के माध्यम से विधवा महिलाओं, गरीब वर्ग और वंचित समुदायों की मदद कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने 1001 विधवा महिलाओं को अंगवस्त्र वितरित किए और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में भी सक्रिय भूमिका निभाई। इसके अलावा, वह गोंड़ जाति के लोगों के लिए जाति प्रमाणपत्र जारी करने की मांग को लेकर भी प्रशासन से संपर्क कर चुके हैं।
जनार्दन मल्ल का जाना क्षेत्र के लिए बड़ी क्षति है। उनकी सरलता और सेवा भावना को लोग लंबे समय तक याद रखेंगे।