
ब्यूरो रिपोर्ट रविशंकर मिश्रा
चंदौली। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ आज अपना पुनर्प्राप्त जन्म दिवस मना रहे हैं। यह कोई सामान्य जन्मदिन नहीं, बल्कि उस भयानक हादसे की याद में मनाया जा रहा है, जब 15 साल पहले वे एक जानलेवा RDX बम विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

यह हमला वर्ष 2010 में हुआ था, जब इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान उन पर RDX से हमला किया गया था। इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई थी और मंत्री नंदी कई दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ते रहे। लेकिन उनकी हिम्मत और इच्छाशक्ति के आगे मौत भी हार गई। वे इस हादसे को “दूसरा जन्म” मानते हैं। इसी उपलक्ष्य में हर साल यह दिन एक पर्व की तरह मनाया जाता है।

इस बार नंदी का पुनर्जन्म दिवस विशेष रूप से चंदौली जनपद के मुगलसराय (पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर स्टेशन) स्थित हनुमान मंदिर पर मनाया गया। यहां भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने मिलकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस आयोजन में मुख्य रूप से सभासद सुनील विश्वकर्मा, चंदेश्वर जयसवाल, शैलेंद्र गुप्ता, धीरेंद्र सिंह, विकास सिंह, पिंटू सिंह, गीता रानी गुप्ता, डब्बू कनौजिया, गोविंद केशरी सहित कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गई और मंत्री नंदी की दीर्घायु के लिए प्रार्थनाएं की गईं।
सोशल मीडिया पर भी बधाइयों का तांता लगा है। समर्थकों ने उनके साहस, संघर्ष और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण की सराहना करते हुए उन्हें “जीवन योद्धा” की उपाधि दी।
इस अवसर पर नंद गोपाल नंदी ने कहा, “ईश्वर की कृपा और जनता के आशीर्वाद से मैं आज जीवित हूं। यह दिन मेरे लिए एक नए जीवन की शुरुआत का प्रतीक है।”
उनका यह पुनर्जन्म दिवस न सिर्फ उनके संघर्ष की गवाही देता है, बल्कि राजनीतिक जीवन में उनका न झुकने वाला जज्बा भी दर्शाता है।