
संवाददाता
विनोद कुमार यादव
नौगढ़ (चंदौली)।
शुक्रवार को नौगढ़ पोखरे परिसर में वीरांगना फूलन देवी की 24वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर निषाद पार्टी के नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किया। कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने फूलन देवी को भारत की पहली बागी महिला सांसद और सामाजिक न्याय की प्रतीक बताते हुए उनके विचारों को आत्मसात करने की अपील की।
वह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि आंदोलन थीं — हंसलाल निषाद
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए निषाद पार्टी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष हंसलाल निषाद ने कहा, वीरांगना फूलन देवी सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन थीं।
उन्होंने अपने जीवन में जो अत्याचार झेला, उसे शक्ति में बदलकर पिछड़े और दलित समाज की आवाज बनीं। उनकी शहादत हमें आज भी यह सिखाती है कि बदलाव साहस और संघर्ष से आता है।
समानता की लड़ाई को आगे बढ़ाने का संकल्प
इस अवसर पर आईटी सेल जिलाध्यक्ष बटेश्वर निषाद ने कहा कि फूलन देवी का जीवन सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण और स्वाभिमान की मिसाल है। हमें संकल्प लेना चाहिए कि उनके अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए एकजुट होकर समानता की लड़ाई को और आगे बढ़ाएँ।
कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दी पुष्पांजलि – पुण्यतिथि समारोह में जोखन निषाद, पंकज मद्देशिया, डॉ. राजेश निषाद, सोनू बिंद, राजेश भोला सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।
सभी ने वीरांगना फूलन देवी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया और उनके बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा ली। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों ने “वीरांगना फूलन देवी अमर रहें” के नारे लगाए और सामाजिक न्याय व समानता के लिए सतत संघर्ष का संकल्प लिया।
