
ब्यूरो रिपोर्ट रविशंकर मिश्रा
चंदौली जनपद के नियामताबाद ब्लाक अंतर्गत स्थित धपरी गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब एक मदरसे के निर्माण के दौरान पिलर की खुदाई करते समय जमीन से एक शिवलिंग निकल आया। यह घटना सावन के पवित्र महीने में हुई, जब भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। शिवलिंग के मिलने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। मौके पर “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के जयकारे गूंजने लगे। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर गहरी श्रद्धा और उत्साह देखा गया।

गांव के निवासी प्यारे सिंह ने बताया कि जब मदरसे के पिलर की खुदाई हो रही थी, उसी दौरान मजदूरों को एक पत्थरनुमा आकृति मिली। जब ध्यान से देखा गया तो उसमें अरघा सहित शिवलिंग साफ नजर आ रहा था। यह दृश्य देखकर मजदूरों और ग्रामीणों की आंखों में आस्था और आश्चर्य एक साथ झलकने लगा। प्यारे सिंह का कहना है कि यह कोई साधारण घटना नहीं है, बल्कि यह ईश्वरीय संकेत हो सकता है।

वहीं, एक अन्य ग्रामीण रणधीर ने बताया कि जिस जगह यह शिवलिंग निकला है, वहां से कुछ ही दूरी पर हिंदू समुदाय के लोग पूजा-पाठ करते हैं। उनका कहना है कि यह जमीन पहले भी धार्मिक गतिविधियों से जुड़ी रही होगी, ऐसे में प्रशासन को इसकी गंभीरता से जांच करनी चाहिए और पुरातत्व विभाग से इसकी ऐतिहासिकता की पुष्टि करानी चाहिए। रणधीर का मानना है कि यह स्थान भविष्य में एक धार्मिक स्थल के रूप में विकसित हो सकता है।

निर्माण कार्य में लगे राजगीर मिस्त्री भानु ने भी बताया कि जब वह पिलर की खुदाई कर रहे थे, तभी अचानक जमीन के भीतर से एक गोल पत्थर जैसा आकार दिखाई दिया। जब मिट्टी हटाई गई तो देखा गया कि वह शिवलिंग है, और उसके साथ अरघा भी मौजूद है। उन्होंने तुरंत काम रोक दिया और गांव के अन्य लोगों को इसकी सूचना दी।

घटना के बाद फिलहाल निर्माण कार्य को रोक दिया गया है और लोग मौके पर पूजा-अर्चना करने लगे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन इस स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करे और इसे धार्मिक स्थल घोषित किया जाए। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में धार्मिक चेतना जगा दी है और सावन महीने में इसे ईश्वरीय चमत्कार के रूप में देखा जा रहा है।