
व्यूरो रिपोर्ट रविशंकर मिश्रा
मुगलसराय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बुधवार गांव में शुक्रवार की देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया, जहां लगातार हो रही भारी बारिश के चलते एक कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया, जिसमें 65 वर्षीय शिव मूरत और उनके 35 वर्षीय पुत्र जय हिंद की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस हृदयविदारक हादसे के बाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। जैसे ही घटना की खबर फैली, समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता राणा प्रताप सिंह, सूर्यमुनि तिवारी, सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव, चंद्रशेखर यादव, संतोष गुप्ता समेत कई जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया।
विधायक की गैरमौजूदगी पर उठे सवाल
हालांकि, इस बीच सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी रही मुगलसराय के भाजपा विधायक रमेश जायसवाल की गैरमौजूदगी। बुधवार गांव मुगलसराय विधानसभा क्षेत्र में ही आता है, इसके बावजूद विधायक का घटनास्थल पर न पहुंचना स्थानीय लोगों के बीच सवालों का कारण बन गया।
कुछ लोगों का कहना है कि यह समझा जा सकता है कि विधायक किसी अन्य कार्यवश बाहर हो सकते हैं या किसी आवश्यक मीटिंग में व्यस्त होंगे, लेकिन कम से कम उनके प्रतिनिधि या किसी नुमाइंदे को वहां भेजा जाना चाहिए था, जिससे पीड़ित परिवार को यह महसूस हो कि उनका जनप्रतिनिधि उनके साथ खड़ा है।
जनता में नाराज़गी
इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में निराशा और आक्रोश देखने को मिला। लोगों का कहना है कि जब आमजन संकट में हो, तो जनप्रतिनिधियों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि वह मौके पर पहुंचकर संवेदना व्यक्त करें और मदद करें।
अब देखना यह है कि विधायक रमेश जायसवाल इस मसले पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और आगे क्या कदम उठाते हैं। फिलहाल, दोनों मृतकों के परिवार में मातम का माहौल है और समाज से सहयोग की अपेक्षा की जा रही है।