
संवाददाता विनोद यादव
नौगढ़ (चंदौली)।
पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास विभाग के पंचायत सचिवों ने सोमवार को नौगढ़ ब्लॉक मुख्यालय पर काली पट्टी बांधकर क्रमिक शांतिपूर्ण सत्याग्रह का बिगुल फूंक दिया। प्रदेशव्यापी आंदोलन की शुरुआत के पहले ही दिन सचिवों ने जोरदार नारेबाजी कर सरकार तक अपनी नाराजगी का संदेश स्पष्ट रूप से पहुँचा दिया।

आंदोलन 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चलेगा। प्रांतीय नेतृत्व का कहना है कि शासन को बार-बार पत्र भेजे जाने के बावजूद मांगों पर कोई सकारात्मक कदम न उठाए जाने से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। सचिवों ने कहा कि अचानक लागू किए गए फेशियल रिकॉग्निशन आधारित ऑनलाइन उपस्थिति सिस्टम, सीमित संसाधनों में लगातार बढ़ते कार्यभार और गैर-विभागीय जिम्मेदारियों—फार्मर रजिस्ट्री, एग्रो स्टैक सर्वे, आयुष्मान कार्ड, पेंशन सत्यापन, कायाकल्प कार्यक्रम और पराली प्रबंधन—का अत्यधिक दबाव अब असहनीय हो गया है।
आंदोलन की चरणबद्ध कार्ययोजना इस प्रकार 1 दिसंबर से 4 दिसंबर: ब्लॉक मुख्यालय पर काली पट्टी बांधकर प्रतीकात्मक विरोध व नारेबाजी।
5 दिसंबर: प्रदेश के 826 विकास खंडों में एकदिवसीय शांतिपूर्ण सत्याग्रह और मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित।
10 दिसंबर से सचिव निजी वाहनों का उपयोग कर कोई सरकारी कार्य नहीं करेंगे।
15 दिसंबर: सभी सचिव अपने डोंगल विकास खंड कार्यालयों में जमा करेंगे।
विरोध कर रहे सचिवों ने दो-टूक चेतावनी दी कि यदि मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो वे पूर्ण कार्य बहिष्कार और अनवरत धरना देने को विवश होंगे। उन्होंने कहा कि आंदोलन से उत्पन्न स्थिति की पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। कार्यक्रम में उपेंद्र साहनी , वरुण सिंह, अश्वनी कुमार गौतम, संदीप प्रताप सिंह, जितेंद्र कुमार यादव, गुड्डू प्रसाद , मनीष सिंह, सुधाकर सिंह पटेल उपस्थित रहे।




