
सरसों की फसल जमींदोज, जेसीबी से सुरक्षा खाई—विरोध के बावजूद डटा रहा वन अमला
संवाददाता विनोद यादव
नौगढ़ (चंदौली)
वन भूमि पर अवैध कब्जों के खिलाफ मझगाई रेंज में सोमवार को प्रशासनिक सख्ती साफ नजर आई। भैसौड़ा कम्पार्टमेंट नंबर–2 में वर्षों से कब्जे की नीयत से जोती जा रही करीब 20 बीघा वन भूमि को वन विभाग ने दो जेसीबी मशीनों की मदद से कब्जामुक्त करा लिया। सरसों की खड़ी फसल को हटाकर जमीन समतल की गई और दोबारा अतिक्रमण रोकने के लिए नाली व ट्रेंच खुदाई शुरू कर दी गई।
कार्रवाई के दौरान बस्ती की कुछ महिलाओं ने विरोध जताने की कोशिश की, लेकिन वन विभाग का अमला पूरी मुस्तैदी के साथ मौके पर डटा रहा। किसी भी दबाव या व्यवधान के आगे झुके बिना अभियान को अंजाम दिया गया। इससे स्पष्ट संदेश गया कि जंगल की जमीन पर कब्जा अब किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

वन क्षेत्राधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर चली इस कार्रवाई में लगभग 10 हेक्टेयर वन भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में इस भूमि पर फसल बोकर और मवेशी बांधकर कब्जा मजबूत करने की कोशिश की जा रही थी, जिसे समय रहते नाकाम कर दिया गया।
वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि 2025–26 के वृक्षारोपण कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा खाई और ट्रेंच की खुदाई कराई जा रही है, ताकि वन भूमि की स्थायी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने दो टूक कहा कि वन भूमि पर कब्जा करने वालों के दिन खत्म हो चुके हैं। किसी भी तरह के दबाव में कार्रवाई नहीं रुकेगी और खाली कराई गई जमीन पर जंगल विकसित किया जाएगा।
इस अभियान में वन दरोगा शोभित श्रीवास्तव, महेंद्र चौहान, वन रक्षक शिवपाल चौहान, बीरबल यादव, भोला, दूधनाथ यादव सहित अन्य कर्मचारियों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
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