
संवाददाता प्रदीप कुमार शर्मा
गाजीपुर, समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने सदर तहसील के अंधऊ इलाके में रक्षा संपदा विभाग द्वारा की गई ध्वस्तीकरण कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे गरीबों के साथ अन्यायपूर्ण और असंवैधानिक कदम बताया और कहा कि बिना नोटिस और पूर्व सूचना के यह कार्रवाई की गई, जो पूरी तरह गैरकानूनी है।

अफजाल अंसारी ने कहा कि “धर्मावतार के आगमन के दूसरे ही दिन गरीबों को बेघर कर दिया गया। हां, जमीन सरकारी थी लेकिन वहां बसे लोग क्या बांग्लादेशी, चीनी या पाकिस्तानी थे?” उन्होंने सवाल उठाया कि भारत सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने नागरिकों को रोटी, कपड़ा और मकान उपलब्ध कराए।
उन्होंने यह भी कहा कि यह जमीन ब्रिटिश हुकूमत द्वारा अधिग्रहीत की गई थी और देश की आजादी के बाद यह भारत सरकार की संपत्ति बन गई। “भारत सरकार तो बड़े दिल वाली है, लेकिन इस तरह की कार्यवाहियों से सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल उठते हैं,” – अफजाल अंसारी।
उन्होंने आरोप लगाया कि कार्रवाई बरसात के मौसम में की गई, जब लोगों को छत की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। उन्होंने ऐलान किया कि वे इस लड़ाई को संसद से लेकर न्यायपालिका तक ले जाएंगे।
ध्वस्तीकरण के दौरान 350 से अधिक लोगों को बेघर कर दिया गया था। अफजाल अंसारी ने कहा कि जिन लोगों के मकान तोड़े गए, उनके पूर्वजों की जमीन पर काबिज होने की बात सरकारी अफसरों द्वारा प्रमाणित की जा चुकी है। उन्होंने सवाल किया कि “आज की कार्रवाई गलत है या पीएम आवास बनाने का फैसला गलत था?”
उन्होंने मामले में सीडीओ, डीडीओ और बीडीओ तक की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इनके खिलाफ जांच और कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने गाजीपुर में फर्जी प्रमाणपत्र बनवाने के कथित गोरखधंधे की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।
अफजाल अंसारी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया और कहा कि सपा गरीबों की आवाज़ को हर मंच पर उठाती रहेगी।