
वसीम खान मऊ रिपोर्टर
मऊ, 1 अगस्त: विश्व लंग्स कैंसर दिवस के अवसर पर शुक्रवार को शारदा नारायण हॉस्पिटल में एक जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. संजय सिंह ने कहा कि फेफड़ों का कैंसर आज तेजी से बढ़ता हुआ रोग बन चुका है, जिसका मुख्य कारण धूम्रपान, सिगार, पाइप, वायु प्रदूषण और तंबाकू सेवन है। उन्होंने बताया कि फेफड़ों की कोशिकाओं का अनियंत्रित रूप से बढ़ना ही फेफड़ों के कैंसर की शुरुआत होती है।
डॉ. सिंह ने बताया कि लगातार खांसी रहना, खांसी में खून आना, वजन घटना, सांस लेने में तकलीफ, हड्डियों में दर्द और थकान इसके प्रारंभिक लक्षण हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि इन लक्षणों को हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। उन्होंने यह भी कहा कि धूम्रपान और शराब जैसी आदतों को छोड़ना ही इस बीमारी से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चेस्ट फिजिशियन डॉ. शमशाद ने बताया कि फेफड़ों के कैंसर की जांच के लिए एक्स-रे, सीटी स्कैन और बायोप्सी जैसे परीक्षण किए जाते हैं। इलाज में सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी का सहारा लिया जाता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जांच और इलाज में देरी घातक सिद्ध हो सकती है।
इस मौके पर फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. देवेश चतुर्वेदी और डॉ. दीक्षा सिंह ने भी अपने विचार रखे और लोगों से जीवनशैली में सुधार लाकर इस रोग से बचाव की अपील की।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे और फेफड़ों के कैंसर को लेकर जागरूक हुए।