
वसीम खान मऊ रिपोर्टर
मधुबन, मऊ। स्थानीय तहसील क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग ने अवैध अस्पतालों और अल्ट्रासाउंड केंद्रों के खिलाफ सघन अभियान चलाया गया। इस दौरान मर्यादपुर में अनाधिकृत रुप से संचालित एक नर्सिंग होम को सील किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मधुबन क्षेत्र में दूसरे अवैध अस्पताल को सील करने की कार्रवाई से अनाधिकृत रूप से संचालित अस्पताल व अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालकों में हड़कंप मचा रहा।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतहपुर मंडाव के अधीक्षक डा. राजीव कुमार पांडेय के नेतृत्व में टीम ने कई अस्पतालों और अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच किया। इससे पूर्व ही संचालक अपने केंद्रो को बंद कर फरार हो गए। जांच टीम को गोपनीय जानकारी मिली कि मर्यादपुर स्थित एक अवैध नर्सिंग होम में एक महिला का जो गर्भवती थी, इसका अप्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा बच्चा पैदा कराया जा रहा है। टीम के सदस्य अस्पताल पर धमक पड़े। जहां अस्पताल के पिछले दरवाजे से मरीज को अंदर लेकर बच्चा पैदा कराया गया था। टीम ने अस्पताल को सील करते हुए भर्ती महिला मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतहपुर मंडाव में भर्ती कराया। अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किया जा रहा था। अस्पताल में कोई प्रशिक्षित चिकित्सक भी उपलब्ध नहीं मिले। विभागीय कार्रवाई की खबर लगते ही अन्य अस्पतालों एवं नर्सिंग होम संचालकों में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। तहसील क्षेत्र के कई जगहों पर वगैर रजिस्ट्रेशन के अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी संचालक छापेमारी की सूचना पर शटर गिराकर फरार हो गए। क्षेत्र के मर्यादपुर, फतहपुर मधुबन, कटघरा शंकर, नंदौर, नेमडाड़, चंद्रापार और बेलौली में स्थित कई पैथोलॉजी एवं अस्पताल बंद मिले। विभाग की इस कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतहपुर मंडाव के अधीक्षक डॉ. राजीव कुमार पाण्डेय ने बताया कि सभी अवैध अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है। तथा बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। निर्देश का उल्लंघन करने वाले संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी । इस अवसर पर एचईओ दिनेश यादव, स्वास्थ्य परवेक्षक मुन्ना उस्मानी, एनएमए एसके सिंह, कमलेश गोंड आदि रहे।
