
वसीम खान मऊ रिपोर्टर
मऊ जनपद के विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रशांत आयोजन की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति एवं संभव अभियान की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण, पोषण सुधार, ई-कवच फीडिंग और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि कुपोषण से पीड़ित बच्चों की शीघ्र पहचान, उपचार और प्रबंधन सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 0 से 6 माह तक के बच्चों में कुपोषण की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य, बाल विकास सेवाएं एवं पुष्टाहार विभाग के समन्वय से विशेष रणनीति पर कार्य किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच और नियमित वजन मापन की भी आवश्यकता पर बल दिया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने ई-कवच पोर्टल पर फीडिंग की धीमी प्रगति पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों (सीडीपीओ) को निर्देशित किया कि फीडिंग में तत्काल सुधार लाया जाए। उन्होंने गर्भवती महिलाओं की निगरानी को और प्रभावी बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और बाल विकास विभाग को आपसी समन्वय से कार्य करने को कहा।
सीडीओ ने आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्य में धीमी प्रगति पर भी असंतोष व्यक्त करते हुए एडीओ पंचायत और कार्यदायी संस्था आरईडी को चेतावनी दी कि यदि जल्द प्रगति नहीं हुई तो वेतन रोकने सहित कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गोहना और रतनपुरा परियोजनाओं में पेंटिंग न होने पर संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत 15 से 31 जुलाई तक चलाए जा रहे विशेष अभियान की समीक्षा में पाया गया कि 1199 के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक केवल 206 लाभार्थियों का ही पंजीकरण हो पाया है। इस पर सीडीओ ने फतेहपुर मण्डांव, कोपागंज, शहर, परदहां और रानीपुर परियोजना अधिकारियों को चेतावनी देते हुए निर्देश दिया कि समयबद्ध तरीके से लक्ष्य पूर्ण करें।
बैठक में जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, उपायुक्त मनरेगा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। खंड विकास अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में जुड़े।