
ब्यूरो रिपोर्ट रविशंकर मिश्रा
चंदौली जनपद के सकलडीहा विधानसभा (381) को समाजवादी पार्टी (सपा) का मजबूत गढ़ माना जाता है। यह क्षेत्र यादव बाहुल्य क्षेत्र के रूप में पहचाना जाता है, और इसी सामाजिक समीकरण का लाभ सपा को लंबे समय से मिलता रहा है। विधायक सुशील सिंह ने जब से सीट छोड़ा है इसके बाद से यहां सपा का दबदबा लगातार बना हुआ है।
वर्ष 2017 और फिर 2024 के विधानसभा चुनावों में सपा प्रत्याशी प्रभु नारायण यादव ने जीत दर्ज की। दोनों ही बार उन्होंने प्रतिद्वंद्वियों को बड़े अंतर से हराया और क्षेत्र में अपनी राजनीतिक पकड़ को साबित किया। हालांकि, क्षेत्र में एक दिलचस्प चर्चा यह भी है कि जब-जब प्रभु नारायण यादव सकलडीहा से जीतते हैं, प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा सरकार नहीं बन पाती। इसे कुछ लोग महज संयोग मानते हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक संकेत के रूप में देखते हैं।
स्थानीय स्तर पर इस चर्चा को लेकर मतभेद हैं। कई लोगों का कहना है कि सकलडीहा की जीत पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं रही, जबकि समर्थकों का मानना है कि यह केवल अफवाह है और इसका कोई ठोस आधार नहीं है।
इस पूरे मामले पर खुद विधायक प्रभु नारायण यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे पार्टी के निर्देश पर चुनाव लड़ते हैं और जनता के आशीर्वाद से जीत हासिल करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य क्षेत्र का विकास और जनता की सेवा है। सपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों का विश्वास ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सरकार बने या न बने, उनका काम जनता के लिए जारी रहेगा। पार्टी का संगठनात्मक ढांचा मजबूत है और सपा आने वाले समय में और मजबूती से प्रदेश में वापसी करेगी।