
संवाददाता विरेन्द्र प्रताप सिंह
चंदौली (शहाबगंज)। विकासखंड शहाबगंज के अंतर्गत सिहोरिया (सुबंथा) गांव के लोग बीते 39 घंटे से अंधेरे में जीने को मजबूर हैं। गांव का 16 केवीए ट्रांसफार्मर रविवार की भोर (13 जुलाई) करीब चार बजे फिर से जल गया, जिससे पूरे गांव की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। खबर लिखे जाने तक न तो ट्रांसफार्मर बदला गया और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई।
ग्रामीणों का कहना है कि यह ट्रांसफार्मर बार-बार जलता है क्योंकि उस पर जितने कनेक्शन हैं, वह उसकी क्षमता से कई गुना अधिक हैं। ऐसे में ओवरलोडिंग के कारण ट्रांसफार्मर बार-बार फुंकता है और हर बार कई दिन तक गांव अंधेरे में डूबा रहता है।

ग्रामीणों ने बताया कि करीब एक साल पहले जब क्षेत्रीय सांसद गांव आए थे, तब उन्हें एक प्रार्थना पत्र देकर 25 केवीए ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की गई थी। सांसद ने तत्काल आश्वासन दिया था कि जल्द ही बड़ा ट्रांसफार्मर लगवाकर समस्या का समाधान कराया जाएगा, लेकिन आज तक वह वादा अधूरा ही है।
इस बार की घटना के बाद जब ग्रामीणों ने जेई (विद्युत विभाग) से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि “स्टीमेट भेज दिया गया है, स्वीकृति मिलते ही ट्रांसफार्मर बदल दिया जाएगा,” लेकिन यह नहीं बताया गया कि कार्रवाई कब तक होगी।
गांव के खुर्शीद अहमद, असामुद्दीन, आसिफ अहमद, मुस्तकीम और इमरान ने बताया कि लगातार बिजली न होने से बच्चों की पढ़ाई, खेती-बाड़ी और घरेलू कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इमरान ने कहा कि “गर्मी और उमस में छोटे बच्चे और बुजुर्ग बेहद परेशान हैं, रातें अंधेरे में काटनी पड़ रही हैं।”
ग्रामीणों ने बिजली विभाग और जिला प्रशासन से मांग की है कि 25 केवीए का ट्रांसफार्मर शीघ्र लगाया जाए, ताकि इस बार-बार की परेशानी से स्थायी राहत मिल सके।